सिटी पोस्ट लाइव : रालोजपा और दलित सेना के जिलाध्यक्षों की दो दिनों की बैठक बुधवार को संपन्न हो गई इस बैठक में आये नेताओं ने एनडीए के व्यवहार को अपमानजनक बताते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को अगले निर्णय के लिए अधिकृत कर दिया है.दो दिवसीय बैठक में पार्टी ने ये फैसला लिया है कि 28 नवंबर को खगड़िया जिला के शहरबन्नी गांव में पार्टी का स्थापना दिवस मनाया जाएगा. देश भर के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन होगा.इस बैठक में पार्टी ये फैसला नहीं ले पाई कि उसे आगे भी NDA के साथ बने रहना है या फिर साथ छोड़ देना है.
बैठक को संबोधित करते हुए पारस ने कहा कि हमारी पार्टी के साथ एनडीए ने जो अन्याय किया है, उससे कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है. कायकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए कि अगली रणनीति के बारे में निर्णय करेंगे.उन्होंने बताया कि एक दिसंबर से अगले साल के 31 मार्च तक सघन सदस्यता अभियान चलेगा. 20 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने रालोजपा के प्रदेश कार्यालय के लिए एक सरकारी आवास देने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की.राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पूर्व सांसद सूरजभान सिंह ने कहा की पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए उनके द्वारा अभियान चलाया जाएगा.
प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज ने बताया कि बैठक का उद्देश्य प्रदेश पदाधिकारी एवं जिला अध्यक्षों के विचार को जानना था. पशुपति कुमार पारस ने तय किया है कि वह विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर गांव-गांव घूमेंगे. पशुपति कुमार पारस ने कहा कि यह बैठक पार्टी के भविष्य की रणनीति और संगठन को मजबूत करने के लिए बुलाई गई है.पारस ने कहा कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी सभी 243 सीटों पर संगठन को मजबूत करने की तैयारी कर रही है और राज्य में हर राजनीतिक स्थिति और चुनौती का डटकर सामना करेगी.पारस बैठक के बाद भी कोई बड़ा फैसला नहीं ले पाए क्योंकि अभी भी उन्हें NDA से उम्मीद है.उन्हें लगता है कि पार्टी की सक्रियता के बाद NDA उनके बारे में विचार करने के लिए विवश हो जाएगा.