सिटी पोस्ट लाइव : बीपीएससी 70वीं प्रतियोगिता परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन को लेकर अभ्यर्थियों के हंगामे और विरोध प्रदर्शन को लेकर पटना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई कर दी है. पुलिस ने इस मामले में 250 अज्ञात लोगों पर कानून व्यवस्था भंग करने, षड्यंत्र रचने और सरकारी काम में बाधा डालने को लेकर केस दर्ज किया है. छात्र नेता दिलीप कुमार को इस मामले में पुलिस ने जेल भेज दिया है. ढाई सौ ज्ञात लोगों पर केस दर्ज करने के बाद पुलिस उनकी पहचान में जुट गई है.
खान सर की गिरफ्तारी को लेकर आधारहीन और भड़काऊ पोस्ट करने के आरोप में खान ग्लोबल स्टडीज नामक एक हैंडल के खिलाफ भी सचिवालय थाने में अलग से केस दर्ज किया गया है. बिहार लोक सेवा आयोग के अभ्यर्थियों ने शुक्रवार की शाम गर्दनीबाग धरना स्थल पर विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान घटना स्थल पर छात्र नेता दिलीप कुमार भी पहुंचे थे, जहां पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इसी दौरान कोचिंग संचालक खान सर की गिरफ्तारी की अफवाह भी तेजी से फैली थी. हालांकि, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया था. पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने उनकी गिरफ्तारी का खंडन किया था. बावजूद इसके शनिवार तक उनके सोशल मीडिया पर खान ग्लोबल स्टडीज नमक उनके आधिकारिक एक हैंडल में एक भ्रामक पोस्ट सामने आया था जिसमें उनकी रिहाई की बात कही गई थी.
सचिवालय डीएसपी अनु कुमारी की मानें तो छात्रों और बीएससी अभ्यर्थियों को भड़काने के लिए ऐसा पोस्ट किया गया था और इसी गंभीरता को देखते हुए सचिवालय थाने में x हैंडल पर केस दर्ज किया गया है. पटना पुलिस के अनुसार, खान सर खुद गर्दनीबाग थाना पहुंचे थे और मजिस्ट्रेट से मुलाकात की थी . उन्होंने छात्रों को समझने का आश्वासन भी दिया था. इसके बाद उनके अनुरोध पर पुलिस ने अपने वाहन से बिठाकर अटल पथ के पास उनकी गाड़ी तक सुरक्षित छोड़ दिया था.
पटना पुलिस अधिकारियों की मानें तो जब उन्हें ना तो हिरासत में लिया गया था और ना ही गिरफ्तार किया गया था तो सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने का क्या मतलब था. बहरहाल, पटना पुलिस क्या कार्रवाई करती है यह आगे पता चलेगा. इस बीच खान सर की तबीयत बिगड़ने की भी खबर सामने आई जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.