सिटी पोस्ट लाइव :पश्चिम बंगाल पुलिस के सीआइडी के साइबर क्राइम विभाग की टीम ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है.शहर में सक्रीय इस गैंग के तीन मास्टर माइंड समेत कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम अभिषेक बंसल, मयंक चौधरी और अमित जिंदल बताये गये हैं. पेशे से कोई चार्टर्ड अकाउंटेंट है तो कोई इंजिनियर. इनसे पूछताछ के बाद सीआइडी की टीम ने नागेरबाजार में प्राइवेट बैंक के एक मैनेजर को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 704 म्यूल अकाउंट जब्त किये हैं.
जांच में पता चला कि इन म्यूल अकाउंट को गिरफ्तार आरोपियों ने कसबा इलाके में एक कार्यालय खोलकर बनाया था. पुलिस के अनुसार विधाननगर साइबर क्राइम थाने में 24 जून 2024 को एक व्यक्ति ने 1.13 करोड़ रुपये की साइबर ठगी की शिकायत दर्ज करायी थी. उस व्यक्ति को ऑनलाइन निवेश करने पर ज्यादा मुनाफा होने का लालच देकर ठगी का शिकार बनाया गया था. जालसाजों ने उनसे एक नामी कंपनी की वेबसाइट बनाकर ऐप डाउनलोड कराया. इसके बाद उक्त रुपये निवेश करा ठगी की वारदात को अंजाम दिया. मामले की जांच के दौरान पुलिस ने बिहार के मुजफ्फरपुर से मयंक चौधरी को पकड़ा. उससे पूछताछ के बाद अभिषेक बंसल और अमित जिंदल को गिरफ्तार किया गया. तीनों से पूछताछ में कसबा इलाके के इनके ऑफिस में छापेमारी कर इस मामले में कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
इनका नेटवर्क विभिन्न देशों में फैलाया था . सीआइडी सूत्रों ने बताया कि इनके ऑफिस से 704 बैंक अकाउंट के दस्तावेज सीआइडी ने बरामद किये हैं. बैंक अकाउंट को खंगालने पर पता चला कि उन अकाउंट में देशभर के 1594 लोगों से की गयी ठगी की रकम जमा की गयी. देशभर के लोगों से ठगी की कुल रकम 245 करोड़ रुपये होने का पता चला. यही नहीं, इस गिरोह ने देश के 29 राज्यों के 430 जिलों के 894 पुलिस स्टेशन क्षेत्र में रहनेवाले वालों को ठगी का शिकार बनाया है. इस गिरोह ने विभिन्न देशों में अपना नेटवर्क बनाया था. दुबई से इसे ऑपरेट किया जाता था.