सिटी पोस्ट लाइव : कड़े सुरक्षा प्रबंध के बीच शनिवार की सुबह 8.00 बजे बागेश्वर बालाजी धाम के पीठाधीश धीरेंद्र शास्त्री पटना पहुँच गये हैं.पूर्व में हुई आतंकी घटनाओं के मद्देनजर गांधी मैदान के निकट सितारा होटल में उनके ठहराने की व्यवस्था की गई है. होटल में बागेश्वर बालाजी धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री और उनके लोगों के लिए 14 कमरे सुरक्षित रखे गए हैं. सुरक्षा के मद्देनजर उनके फ्लेार और रसोई में शिष्यों के अलावा किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. होटल कर्मचारियों के अनुसार, भोजन-नाश्ता बनाने के लिए उनके फ्लोर में ही एक रसोई की व्यवस्था की गई है.
बाबा के शिष्य जिस फ्लोर पर ठहरेंगे वहां खुद भोजन बनाएंगे और परोसेंगे.होटल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री नौबतपुर के तरेत पाली वैष्णव पीठ प्रांगण में हनुमत कथा के लिए 3.00 बजे जाएंगे. किसी भी विपरित परिस्थिति से निपटने के लिए चार क्विक रिस्पॉन्स टीम गठित की गई हैं. आधुनिक हथियार और सुरक्षा के कड़े मानकों पर क्यूआरटी की चारों टीमों को अलर्ट रखा गया है.कार्यक्रम स्थल पर विधि-व्यवस्था और सुगम यातायात के लिए दो टीमों को लगाया गया है. एयरपोर्ट, होटल और कार्यक्रम स्थल पर 98 दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी मुश्तैद रहेंगे.
तरेत पाली वैष्णव पीठ प्रांगण में बागेश्वर बालाजी धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की 13 से 17 मई तक हनुमत कथा में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है.सिविल सर्जन डॉ. श्रवण कुमार के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने कथास्थल पर ऑक्सीजन और जीवन रक्षक दवाओं के साथ एंबुलेंस और चिकित्सक को प्रतिनियुक्त किया है. तीनों शिफ्ट में चिकित्साकर्मियों को तैनात किया गया है.इसके अलावा हृदयाघात या अन्य समस्याओं से निपटने के लिए मौके पर पांच एंबुलेंस और जिला नियंत्रण कक्ष में दो एंबुलेंस 24 घंटे मुस्तैद रहेंगी.
डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि बाबा की कथा सुनने के लिए कई वीवीआईपी व वीआईपी के आने की संभावना को देखते हुए उन्हें परोसे जाने वाले प्रसाद-भोजन की जांच के खाद्य संरक्षा पदाधिकारी के साथ एक चिकित्सक को निर्देश दिया गया है. शनिवार को वे खुद जाकर कथास्थल पर चिकित्सकीय व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे.तरेत पाली मठ में शनिवार से शुरू हनुमंत कक्षा में संभावित श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर यातायात पुलिस ने भी तैयारियां की है. मठ तक वाहनों का सुगम परिचालन होता रहे, इसके लिए ट्रैफिक रेगुलेशन के दो वाहन तैनात रहेंगे. स्थानीय थाने से भी सहयोग लिया जाएगा.
ट्रैफिक एसपी पूरन कुमार झा ने बताया कि वाहनों को खाली स्थानों पर पार्क कराया जाएगा. इसके लिए 15 जवान तैनात रहेंगे। कार्यक्रम को लेकर किसी भी स्थिति में आमजन के वाहनों का परिचालन प्रभावित न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा.कार्यक्रम के मद्देनजर जिला प्रशासन अलर्ट रहेगा। जिला दंडाधिकारी कार्यालय से जारी आदेश में पूर्व की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा सतर्कता बरतने को कहा है.संयुक्तादेश में कहा गया है कि गांधी मैदान में 2013 में आयोजित हुंकार रैली और बहादुरपुर की हाउसिंग कॉलोनी के एक घर में 2015 में विस्फोट की घटनाएं हो चुकी हैं.रामकृष्णानगर के एक लाज से उसी वर्ष विध्वंसक सामग्री की बरामदगी हुई थी. भीड़भाड़ की स्थिति में उग्रवादी और आतंकवादी संगठन आईईडी आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं. असामाजिक तत्व भी अप्रिय घटनाओं को अंजाम देने का प्रयास कर सकते हैं. इसको देखते हुए संवेदनशीलता की जरूरत है.
नौबतपुर के तरेत गांव में 13 से 17 मई तक बागेश्वर बालाजी धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हनुमत कथा और दिव्य दरबार आयोजन स्थल पर 24 घंटे जिला प्रशासन का नियंत्रण कक्ष कार्य करेगा.पटना एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल तक 98 दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी तैनात रहेंगे. कार्यक्रम स्थल पर छह बेड का अस्पताल, पांच एंबुलेंस, आवश्यक दवाओं के साथ चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ तीन पाली में सेवा देंगे.इस बीच आयोजन समिति द्वारा लाइसेंस की शर्त के अनुसार सीसी कैमरा अधिष्ठापन, वॉच टावर और अग्निशमन उपकरणों में कमी को लेकर नोटिस जारी किया है.
जिला नियंत्रण कक्ष से विधि-व्यवस्था के लिए शुक्रवार को संयुक्त आदेश जारी किया गया है। संयुक्त आदेश में 34 संवेदनशील स्थलों पर 98 दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी बल के साथ तैनात रहेंगे.आपदा प्रबंधन के अपर जिला दंडाधिकारी संतोष कुमार झा एवं सिटी एसपी पश्चिमी राजेश कुमार कार्यक्रम के वरीय प्रभार में होंगे.सहायक पदाधिकारी और मंच के संपूर्ण प्रभारी के रूप में दानापुर के अपर एसडीओ हर्ष प्रियदर्शी एवं फुलवारीशरीफ के सहायक पुलिस अधीक्षक विक्रम सिहाम रहेंगे.
जिला प्रशासन ने कार्यक्रम स्थल पर दो एंबुलेंस और दो नियंत्रण कक्ष में रखने का निर्देश दिया है. कार्यक्रम स्थल के पास ही अस्थायी कंट्रोल रूम बनाया गया है.मुख्य कार्यक्रम स्थल से लेकर मुख्य सड़क, धीरेंद्र शास्त्री के आवासन स्थल तक दंडाधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है.