फ्लोर टेस्ट से पहले मांझी ने दिया बड़ा बयान.

 

सिटी पोस्ट लाइव :  मंत्रिमंडल के बंटवारे के बाद एकबार फिर से पूर्व मुख्यमंत्री  जीतन राम मांझी ने आपत्ति दर्ज करा दी है.  जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन जो की एमएलसी हैं को इस बार भी पहले की तरह ही अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग की कुर्सी उन्हें मिली है. जीतन मांझी ने संतोष सुमन को दिए गए विभाग पर नाराजगी जताई. मांझी ने कहा कि हम क्या सिर्फ अनुसूचित जाति कल्याण मंत्रालय के लिए ही है, पहले हम थे और अब बेटे को भी यही मंत्रालय मिला, हमें भी उच्च विभाग का मंत्रालय चाहिए. उन्होंने कहा कि उनके बेटे को पुल पुलिया, सड़क, नदी, तालाब सहित ग्रामीण क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी भी मिलनी चाहिए.

बिहार के पूर्व सीएम ने कहा कि पहले हम मंत्री थे तो हमें भी यही मंत्रालय मिला और बेटा मंत्री बना तो यही मंत्रालय बना दिया. हम क्या सिर्फ इसी मंत्रालय के लिए हैं. हमें भी बड़े विभाग का मंत्रालय मिलना चाहिए. इसके लिए हमें दुख है. मांझी ने कहा कि इसके लिए नीतीश कुमार जी को सोचना चाहिए कि वर्ष 1984 से 2013 तक हमें यही मंत्रालय मिला, फिर बीच में हमें मुख्यमंत्री बना दिया गया और जब फिर मेरे बेटे को मंत्री बनाया गया तो यही मंत्रालय दे दिया गया.

मांझी ने ये भी कहा कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा जो कि सरकार के घटक दल में शामिल है तो कोई बड़ा विभाग क्यों नहीं दिया जाता है.  ये पहला मौका नहीं है जब जीतन राम मांझी ने मंत्री पद को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. इसके पहले उन्होंने अपने पार्टी के कोटे से एक और मंत्री की सीट की मांग की थी जिसके लिए उन्होंने पूर्व मंत्री अनिल कुमार का नाम आगे किया है.दूसरी तरफ मांझी के बेटे संतोष सुमन ने कहा था कि उनकी आस्था नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार में है ऐसे में जो भी जिम्मेदारी उनको दी गई है उसे वह संतुष्ट हैं और राज्य के लिए पूरी बेहतरीन से काम करेंगे.

JITAN MANJHI