सिटी पोस्ट लाइव : प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी (Directorate of Enforcement/ED) ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए एक नया समन भेजा है. उन्हें पांच जनवरी को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय (ED Headquater,New Delhi) में बुलाया गया है. इससे पहले जांच एजेंसी के द्वारा तेजस्वी यादव को 22 दिसंबर को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वो पूछताछ की प्रकिया में हिस्सा लेने नहीं पहुंचे थे. जांच एजेंसी के द्वारा 27 दिसंबर को लालू प्रसाद यादव को पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित मुख्यालय में बुलाया गया है.इस बीच तेजस्वी यादव को कोर्ट से राहत मिल गई है. राउज एवेन्यू अदालत ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) 6 से 18 जनवरी 2024 तक के लिए ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की यात्रा की अनुमति दे दी है. उन्होंने कुछ दिन पहले ही विदेश जाने के लिए अदालत में याचिका लगाई थी जिसे अब कोर्ट ने हरी झंडी दे दी है.
जांच एजेंसी ईडी “जमीन के बदले नौकरी देने के फर्जीवाड़ा और मनी लॉन्ड्रिंग मामले” में इन दोनों आरोपियों से पूछताछ करना चाहती है. हालांकि, लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव सहित लालू परिवार के कई सदस्यों से पहले भी जांच एजेंसी के द्वारा पूछताछ की जा चुकी है. लेकिन, पिछले कुछ दिनों कुछ ऐसे आरोपियों का बयान दर्ज हुए हैं जो लालू परिवार के बेहद करीबी हैं. उनके द्वारा दर्ज बयान के आधार पर लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से ईडी की टीम विस्तार से पूछताछ करना चाहती है.
जांच एजेंसी ईडी के सूत्रों के मुताबिक, जमीन के बदले नौकरी स्कैम का यह केस काफी गंभीर है. ईडी के सूत्रों के मुताबिक, मामला करीब 600 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का है. जांच पड़ताल के दौरान अब तक करीब 250 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित सबूतों को और अवैध लेनदेन सहित करीब 350 करोड़ की अवैध चल अचल संपत्तियों से संबंधित इनपुट्स इकट्ठा किए जा चुके हैं. इस मामले में जांच एजेंसी अब तक काफी महत्वपूर्ण सबूतों को इकट्ठा कर चुकी है. लेकिन, कानूनी प्रावधान है कि आरोपियों का बयान दर्ज करना और उसके जवाब का अध्ययन करना भी बेहद जरूरी होता है, लिहाजा इस केस में पिछले कुछ समय से लगातार पूछताछ के लिए कई आरोपियों को जांच एजेंसी द्वारा बुलाया जा रहा है.