पटना में चेन स्नैचर्स का आतंक, मुश्किल में महिलायें.

चैन से महिलाएं परेशान, 10 दिनों में दस महिलाओं से छीनी चेन, घर से बाहर निकलना हुआ मुश्किल.

सिटी पोस्ट लाइव : पटना में महिलओं के साथ सोने के चेन या आभूषण पहनकर , हाथ में बैग-पर्स लेकर  शहर में निकलना खतरे से खाली नहीं है. पटना में चेन स्नैचिंग की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं.कब कहाँ किस महिला पर चेन स्नैचर्स हमला कर देगें, कोई नहीं जानता.महिलाओं का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. पिछले दस दिनों में बाइक सवार झपटमारों ने दस महिलाओं के गले से चेन और  पर्स झपट लिए.

सबसे अधिक चार घटनाएं एसके पुरी थाना क्षेत्र में हुई हैं. दो घटनाएं कुछ घंटों के अंतराल में ही हुईं. तीन दिन पूर्व शास्त्रीनगर थाने की पुलिस ने एक चेन झपटमारी के मामले में शातिरों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आठ में हाथी खाली है.जुलाई में आधा दर्जन से अधिक थाना क्षेत्रों में 14 चेन झपटमारी हुई. तब पुलिस ने दावा किया कि चेन और मोबाइल झपटने के मामले में 32 बदमाशों की गिरफ्तारी हुई. चेन बरामदगी सिर्फ तीन हुई थी.

लगातार गिरफ्तारियों के बाद भी शहर में चेन, पर्स और मोबाइल स्नैचिंग के मामले कम नहीं हो रहे हैं. पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में कार सवार की सक्रियता से दो झपटमार गिरफ्तार किए गए थे.पुलिस की मानें तो चेन और मोबाइल झपटने वाला ऐसा कोई संगठित गिरोह नहीं है.अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दो से तीन की संख्या में बदमाश सक्रिय हैं. दो तीन शातिर पकड़े जाते हैं तो अगले दिन किसी और थाना क्षेत्र में घटना हो जा रही है.पिछले कुछ माह में पटना पुलिस तीन दर्जन से अधिक चेन और मोबाइल झपटने वाले शातिरों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. इनमें 20 ऐसे अपराधी हैं, जो जेल से छूटने के बाद बार-बार घटना को अंजाम देते हैं. कई ऐसे हैं जिनका आपराधिक इतिहास नहीं मिला.

फरवरी में शास्त्रीनगर में चेन झपटने का विरोध करने पर महिला को अपराधियों ने गोली मार दिया था. पुनाईचक में ठेकेदार को गोली मार दी गई थी और पत्रकार नगर में मोबाइल लूट का विरोध करने पर हत्या कर दी गई थी.हाल के दिनों में चेन स्नेचिंग की सबसे अधिक घटना सुबह छह से नौ और अंधेरा होने पर हुई है. एसकेपुरी, गांधी मैदान में जहां अंधेरा होने पर घटना हुईं तो अन्य थाना क्षेत्र में मंदिर जाने, बच्चे को स्कूल छोड़ने के दौरान हुई.

CHAIN SNATCHING