बिहार में बालू-दारू माफिया का आतंक .

महीने भर में दो दारोगा की हत्या की, BJP ने सरकार को घेरा, सरकार के ईकबाल पर उठाया सवाल.

सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में शराब और बालू माफिया का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है.माफिया लगातार पुलिस को अपना निशाना बना रहे हैं. बेगूसराय में शराब माफियाओं द्वारा दारोगा खामस चौधरी की हत्या और  एक होमगार्ड जवान को गाड़ी से कुचल कर बुरी तरह घायल करने के बाद बीजेपी ने सरकार के ईकबाल पर सवाल उठाया है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने  कहा है कि भ्रष्टाचार के पर्याय राजद के साथ सरकार चलाने वाले नीतीश कुमार से अब बिहार नहीं संभल रहा है.पूरे बिहार में बालू-दारू माफियाओं ने कोहराम मचा रखा है.

सम्राट चौधरीने कहा कि   सरकार के मुखिया अपनी कुर्सी बचाने के लिए आंख मुंदे हुए हैं. जिस राज्य की पुलिस सुरक्षित नहीं, वहां की जनता का भगवान ही मालिक है.इससे पहले जमुई में एसआई प्रभात रंजन को ट्रक्टर से रौंद कर जान ले ली थी. पुलिस के एक जवान को बेहरमी से कुचल दिया था. छह माह पहले बेगूसराय में ही एक अन्य दारोगा की हत्या शराब माफियाओं ने कर दी थी. पिछले दो महीने में नवादा, पटना, मुंगेर, सहरसा, सारण, जहानाबाद, किशनगंज आदि जिलों में 20 से ज्यादा ऐसी घटनाएं घटी हैं जिसमें अपराधियों व बालू-दारू तथा भू- माफिया द्वारा न केवल पुलिस बल पर हमले किए गए, बल्कि उन्हें खदेड़-खदेड़ कर पीटा भी गया.

विधान मंडल दल के नेता विजय सिन्हा ने कहा है कि जदयू के बड़े नेता राजद के साथ मिलकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ षडंयत्र कर रहे हैं. मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य भी अब पहले जैसा नहीं है. राजद प्रमुख लालू यादव के षडयंत्र का परिणाम है कि प्रधानमंत्री का उम्मीदवार तो दूर आइएनडीआइए का संयोजक भी नहीं बन पाए.राज्य में राजनीतिक अनिश्चितता के कारण सरकारी कामकाज प्रभावित हो रहा है. प्रशासनिक अराजकता एवं अपराध चरम पर है. हत्या, लूट, अपहरण, दुष्कर्म आदिक की घटनाओं से बिहार में 1990 के दशक का जंगल राज की याद ताजा हो गई.

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