मिथिलांचल की 5 सीटों को साधने बिहार आ रहे हैं अमित शाह.

मिथिलांचल की 5 में 3 पर जेडीयू का है कब्जा, विधानसभा की 65% सीटें महागठबंधन के पास,

सिटी पोस्ट लाइव : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज 16 सितंबर को मिथिलांचल की पांच लोक सभा सीटों को साधने के लिए बिहार आ रहे हैं.अमित शाह झंझारपुर के ललित कर्पूरी स्टेडियम में एक रैली को संबोधित करेंगे. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद अमित शाह की एक साल में यह छठवां दौरा है.बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा 24 जून को झंझारपुर में रैली करने वाले थे, लेकिन उनका कार्यक्रम रद्द हो गया था. अब झंझारपुर की रैली को खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संबोधित करेंगे.

बीजेपी के लिए झंझारपुर लोक सभा सीट रणनीतिक दृष्टिकोण से काफी अहम है.गृहमंत्री की इस रैली से पार्टी मिथिलांचल  की 5 लोकसभा सीटें झंझारपुर, मधुबनी, दरभंगा, सुपौल और मधेपुरा को साधेगी. इसके साथ ही इसका असर यहां के 30 विधानसभा सीटों पर भी पड़ेगा.बीजेपी की तरफ से देशभर में 10 सीटों को चुना गया है, जहां पार्टी अपना उम्मीदवार नहीं उतारती थी.2024 में पार्टी वहां अपना उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है. इनमें एक सीट झंझारपुर भी है. केंद्रीय गृहमंत्री अपने झंझारपुर रैली से लोकसभा की 5 सीटें और विधानसभा की 30 सीटों को साधेंगे.

पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में जब नीतीश कुमार बीजेपी के साथ थे, तब एनडीए ने यहां से विपक्ष का सफाया कर दिया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी.2020 के विधानसभा चुनाव में भी यहां की 30 विधानसभा सीटों में से 25 पर एनडीए के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी. इनमें 11 सीटों पर बीजेपी और 14 सीटों पर जेडीयू को जीत मिली थी.नीतीश कुमार जब बीजेपी के साथ थे तो मिथिलांचल के इलाकों में एनडीए का एकछत्र राज था, लेकिन नीतीश के अलग होने के बाद यहां का पूरा समीकरण बिगड़ गया है.यहां बीजेपी अब पूरी तरह कमजोर पड़ती नजर आ रही है. विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. यहां भारी पड़ता दिखाई दे रहा है.

फिलहाल लोकसभा की 5 सीटों में 3 पर जेडीयू का कब्जा है. विधानसभा की 30 सीटों में 19 महागठबंधन के पास है. इनमें 14 जेडीयू के पास और 5 आरजेडी के पास है. अब बीजेपी यहां ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिश में जुटी गई है.झंझारपुर लोकसभा सीट से बीजेपी बस एक बार चुनाव जीती है. 2014 में बीजेपी के वीरेंद्र कुमार चौधरी यहां से जीतने में कामयाब हुए थे. हालांकि, एनडीए गठबंधन में ये सीट हमेशा से जेडीयू के हिस्से रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू के रामप्रीत मंडल 2 लाख 23 हजार वोट से जीतने में कामयाब हुए थे.इस बार बीजेपी झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र से 4 बार के विधायक और राज्य के पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्र के बेटे नीतीश मिश्र को झंझारपुर लोकसभा से अपना उम्मीदवार बना सकती है.

बीजेपी ने देशभर में बीजेपी ने उन 160 लोकसभा क्षेत्रों को चिन्हित किया है, जहां से पार्टी ने अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया है. इस बार पार्टी इन कमजोर सीटों पर मजबूती से लड़ना चाहती है.इसमें बिहार की 10 सीटों को चिन्हित किया गया है. झंझारपुर से मिथिला को साधने की कोशिश की जा रही है.

amit shah