यूपी में सपा के साथ कांग्रेस का घमाशान.

यूपी में कांग्रेस को 5 से ज्यादा सीट देने के मूड में नहीं सपा, पानी में उतरने से पहले डूब सकती है नाव,

  

सिटी पोस्ट लाइव : इंडिया गठबंधन में सबसे बड़ा पेंच सीटों के बटवारे को लेकर फंसने वाला है.I.N.D.I.A. गठबंधन की सियासत जमीन पर उतरने से पहले ही विवादों के जाल में फंसती दिख रही है.एक तरफ I.N.D.I.A. की बैठकों में यूपी में विपक्ष का चेहरा अखिलेश यादव को बताया जा रहा है, दूसरी तरफ सहयोगी दलों के बीच सीटों को लेकर महाभारत छिड़ने के आसार साफ दिखने लगे हैं. अखिलेश यादव सीट शेयरिंग को लेकर खुलकर बोल रहे हैं. शनिवार को  उन्होंने   साफ-साफ कहा है कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी I.N.D.I.A. से सीटें मांगेगी नहीं, बल्कि अपने सहयोगियों को सीटें देगी.

 

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच एक मौन रस्साकसी चल रही है. इसको लेकर कहा जाने लगा है कि कहीं गठबंधन की नाव पानी में उतरने से पहले ही डूब न जाए.लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाने लगे हैं. कांग्रेस ने तो एक प्रकार से समाजवादी पार्टी के कोर वोट बैंक में सेंधमारी की बात ही सीधे तौर पर करनी शुरू कर दी है. पार्टी नेताओं का दावा है कि प्रदेश में मुस्लिम समुदाय का वोट बैंक कांग्रेस को वोट करने वाला है.कांग्रेस पार्टी की ओर से दावों को समाजवादी पार्टी अपने ऊपर हमला के रूप में देख रही है.

यूपी में I.N.D.I.A. के सहयोगी दलों की आकांक्षाएं काफी बड़ी हैं. कांग्रेस पार्टी की ओर से पिछले दिनों सभी 80 सीटों पर तैयारी पुख्ता होने का दावा किया है. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने एक कार्यक्रम में कहा कि कांग्रेस सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इस बार कांग्रेस वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव की तर्ज पर 25 से अधिक सीटों पर जीत का दावा करती दिख रही है. गठबंधन में टकराव बढ़ने की स्थिति में पार्टी 20 सीटों तक पर मान सकती है, लेकिन इससे कम पर पार्टी मानने को तैयार होती नहीं दिख रही है. कांग्रेस की नजर लोकसभा चुनाव 2019 के सपा-बसपा गठबंधन पर है.

लोकसभा चुनाव 2019 में सपा-बसपा गठबंधन में बसपा बड़ी भूमिका में थी. इस चुनाव में बसपा ने 38 और सपा ने 37 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. 5 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी गई थी. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि सपा के लिए 2019 से स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ है. विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव की राजनीति अलग होती है.लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के बड़े-बड़े दावों के बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान काफी मायने रखता है. उन्होंने साफ कहा है कि यूपी में I.N.D.I.A. के तमाम सहयोगियों को समाजवादी पार्टी सीटें देगी. माना जा रहा है कि I.N.D.I.A. के एकजुटता की परीक्षा इन विधानसभा चुनावों में हो जाएगी.यहीं से लोकसभा चुनाव 2024 की राह तय होगी.

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