कांग्रेस को सता रहा डर, जिलाध्यक्ष विधायकों पर रखेंगे नजर..

सिटी पोस्ट लाइव :पार्टी के दो विधायकों के बीजेपी के साथ जाने के बाद कांग्रेस पार्टी सतर्क हो गई है.कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने गुरुवार को सभी जिलाध्यक्षों के साथ पटना में बैठक की.अब  जिलाध्यक्ष अब पार्टी के विधायकों पर पैनी दृष्टि रखेंगे. सांगठनिक कार्यक्रमों में उनकी भूमिका के साथ क्षेत्र में गतिविधि व जनहित में किए जा रहे कार्यों की समग्र रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व को सौंपेंगे.उन्हें प्रतिमाह रिपोर्ट सौंपने का निर्देश है.

जब भी उचित समझेंगे, प्रदेश नेतृत्व से अपनी राय साझा करेंगे. दो विधायकों (मुरारी प्रसाद गौतम व सिद्धार्थ सौरव) के पाला बदल लेने व आगे भी संकट की आशंका के बीच जिलाध्यक्षों को यह दायित्व मिला है.गुरुवार को प्रदेश मुख्यालय (सदाकत आश्रम) में हुई बैठक में मौखिक रूप से उन्हें यह आदेश दिया गया. पार्टी के सांसदों व लोकसभा चुनाव में टिकट के दावेदारों के बारे में भी उनसे ऐसी रिपोर्ट की अपेक्षा है.बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह से जिलाध्यक्षों ने अपनी परेशानियां भी साझा कीं. अखिलेश ने उन्हें सांगठनिक निर्णय के लिए अधिकतम अधिकार देने का आश्वासन दिया, ताकि वे असरदार तरीके से चुनाव में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकें.

प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार तीन मार्च को प्रस्तावित महागठबंधन की जन-विश्वास महारैली की तैयारी की समीक्षा के लिए पार्टी के जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई गई थी. पटना के गांधी मैदान में होने वाली महारैली में कांग्रेस अपनी ओर से दो लाख लोगों को जुटाने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस के झंडा के साथ जिलाध्यक्षों को पूर्वाह्न 10:00 बजे तक पहुंचने का निर्देश है.प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने महारैली में आने वाले लोगों के ठहरने व भोजन-पानी की व्यवस्था में पार्टी द्वारा भरपूर सहायता का आश्वासन दिया.

अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के पलटी मारने के बाद की यह पहली बैठक है, इसलिए कांग्रेस को इसमें अन्य घटक दलों के साथ बढ़-चढ़ कर भागीदारी सुनिश्चित करनी है.कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व राहुल गांधी भी उपस्थित वाली महारैली में भाजपा-नीतीश के विरुद्ध बिहार की जनता के आक्रोश का हुंकार सुनाई देगा.

BIHAR POLITICS