5 दिग्गजों के लोक सभा चुनाव हारने की दिलचस्प कहानी.

सिटी पोस्ट लाइव : वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार की पांच लोक सभा सीटों पर  लाखों वोट पाकर  हजारों वोट से हरनेवाले दिग्गजों की कहानी बेहद दिलचस्कप है. सबसे दिलचस्प स्थिति जहानाबाद लोकसभा सीट की थी. वहां से जेडीयूं  के चंद्रेश्वर प्रसाद केवल 1751 मतों से जीत हासिल कर सके. चंद्रेश्वर प्रसाद को 3.35 लाख, 584 वोट मिले थे जबकि उनके मुकाबले में रहे आरजेडी  के सुरेंद्र यादव को 3.33लाख, 833 वोट आए थे.जेडीयू  ने इस सीट पर अतिपिछड़ा समाज से प्रत्याशी उतारकर प्रयोग किया था. इस बार यानी 2024 के चुनाव में भी उन दिग्गजों के मैदान में उतरने की चर्चा है जो 2019 में एक लाख से भी कम मतों के अंतर से चुनाव हार गए थे.

 

पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से लालू प्रसाद (Lalu Yadav) की पुत्री और आरजेडी  की उम्मीदवार डा. मीसा भारती 39,321 मतों से चुनाव हार गयीं थीं. उन्हें 4.70 लाख वोट मिले थे फिर भी जीत नहीं मिली. उनके मुकाबले में रहे भाजपा के रामकृपाल यादव 5.09 लाख वोट लाकर चुनाव जीत गए थे. इस बार भी यह चर्चा कि डा. मीसा भारती चुनाव मैदान में रहेंगे.लेकिन भाई बिरेन्द्र इस सीट से चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं.भाई बिरेन्द्र की नाराजगी से मिसा भारती की मुश्किल और भी बढ़ सकती है.

 

कांग्रेस के तारिक अनवर  2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर कटिहार से चुनाव मैदान में थे. यह सीट उनके लिए जानी-पहचानी थी. पर जेडीयू  के उम्मीदवार दुलालचंद गोस्वामी से वह 57203 मतों से चुनाव हार गए थे. तारिक अनवर को 5.02 लाख वोट आए थे पर फिर भी वह हार गए.जदयू के दुलालचंद गोस्वामी ने 5.59 लाख वोट लाकर तारिक अनवर को पराजित कर दिया था.

 

रालोसपा की टिकट पर काराकाट से मैदान में रहे उपेंद्र कुशवाहा की हार भी एक लाख से कम मतों से हुई थी. उन्हें 3.13 लाख वोट आए थे और जदयू के महाबली सिंह को 3.98 लाख वोट मिले थे. उपेंद्र कुशवाहा की हार 84 हजार वोटों  से हुई थी. इसी तरह से सीमांचल के किशनगंज लोकसभा सीट पर भी जोरदार मुकाबला था. कांग्रेस के मो. जावेद और जदयू के सैयद महमूद अशरफ के बीच मुकाबला था. कांग्रेस प्रत्याशी ने 34,466 वोटों के अंतर से चुनाव जीता था. कांग्रेस प्रत्याशी को 3.67 लाख वोट आए थे और जदयू प्रत्याशी 3.32 लाख वोट लाकर भी चुनाव हार गए थे.

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