सिटी पोस्ट लाइव : बीजेपी की विधायिका रश्मि वर्मा की आपत्तिजनक तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं. वर्मा पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज विधानसभा से विधायक रश्मि वर्मा इस तस्वीर में एक शख्स के साथ दिख रही हैं. विधायक के साथ जो शख्स तस्वीर में है, उसका नाम संजय सारंगपुरी है. महिला विधायक का कहना है कि संजय 2 साल पहले तक उनके साथ काम करता था. अब वो उनके साथ नहीं है. हां, विवाद चलता रहता है, लेकिन कोई खुद को थोड़े ही बदनाम करेगा.
उन्होंने कहा है कि उन्हें भी तस्वीरें वायरल होने की जानकारी सोशल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म से मिली है.ये तस्वीरें एडिटेड हैं और उन्हें बदनाम करने के लिए इस तरह की तस्वीर वायरल की जा रही है. आर्थिक अपराध इकाई की साइबर सेल में विधायक ने लिखित शिकायत कराई है. इसके आधार पर मामले की जांच शुरू हो गई है.भाजपा विधायक ने कहा कि कोई भी किसी की फोटो एडिट करके कहीं भी डाल सकता है. विधायक के साथ दिख रहे शख्स संजय सारंगपुर के अनुसार भी फोटो को किसी ने एडिट किया और छेड़छाड़ करके वायरल कर दिया है. उन्होंने कहा कि विधायक के साथ मेरा दोस्ताना संबंध रहा है. उनके यहां आना-जाना था.
बीजेपी विधायक रश्मि वर्मा का नाम दिसंबर 2020 में चर्चा में आया था, तब उन्हें फोन पर जान से मारने की धमकियां मिली थी. उन्होंने थाने में शिकायत की थी कि उनसे 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी जा रही है. इसी तरह का मामला साल 2015 में चुनाव के दौरान ही सामने आया था. उन्होंने धमकी भरा खत मिलने की शिकायत पुलिस से की थी. पत्र में लिखा था तुम्हारे चुनाव लड़ने और नॉमिनेशन करने से हम लोगों के लक्ष्य में बाधा पहुंच रही है.
संजय सारंगपुरी ने 1 जुलाई 2023 को भाजपा विधायक रश्मि वर्मा के खिलाफ मोतिहारी नगर थाने में FIR दर्ज कराई थी. उन्होंने विधायक पर जमीन के बदले पैसा लेकर ठगी करने का आरोप लगाया था. पुलिस को दिए आवेदन में संजय ने कहा था कि रश्मि वर्मा ने मुझे सिनेमा कैंपस में बेचने के लिए जमीन दिखाई थी. इसमें एक कट्ठा जमीन देने का सौदा 12 लाख में तय किया गया था. इसके एवज में 17 जुलाई 2021 को 10 लाख नकदी मोतिहारी सर्किट हाउस में मैंने दिया था. इस राशि का एग्रीमेंट विधायक ने अपने लेटर पैड पर किया था. जब जमीन रजिस्ट्री करने के लिए मैंने कहा तो वह इनकार कर गईं.
करीब 6 महीने पहले बीजेपी विधायक रश्मि वर्मा को फोन पर धमकी मिली थी. धमकी देने वाले ने कहा था- अब कट्टा-पिस्टल नहीं, AK-47 चलेगी. लालबत्ती में चलना भूल जाओगी. हम तुम्हें स्कैन कर रहे हैं. एसपी से मेरे बारे में पूछ लेना. विधायक ने धमकी की कॉल रिकॉर्डिंग पुलिस को सौंपा. विधायक के मुताबिक, 16 फरवरी को करीब 3 बजे शाम में अपराधियों ने 3 बार फोन कर धमकी दी.