मिल गया पप्पू यादव को लालू यादव का आशीर्वाद?

सिटी पोस्ट लाइव: सिमांचल की राजनीति में एक बड़ी पारी खेलने की तैयारी में पप्पू यादव हैं.सिमांचल में खासतौर पर पुरनिया, मधेपुरा और सहरसा की राजनीति में मजबूत पकड़ रखनेवाले पप्पू यादव को एकबार फिर से लालू यादव का साथ मिल सकता है.शुक्रवार को पप्पू यादव ने  लालू यादव और राबड़ी देवी से  मुलाकात की है. पप्पू यादव ने लालू प्रसाद से बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है.लालू यादव से मुलाकात के बाद पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि- ‘ गरीबों के मसीहा परम आदरणीय अपने अभिभावक लालू प्रसाद यादव से पटना आवास पर आत्मीय मुलाकात हुई। इस दौरान हमने उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. लालू प्रसाद यादव ने हमें पिता का स्नेह दिया, इससे मैं अभिभूत हूं. इस बार भी उनसे मुलाकात के बाद मेरे अंदर आंतरिक ऊर्जा का संचार हुआ। उम्मीद करता हूं ऐसे ही पुत्रवत स्नेह आगे भी मिलता रहे.’

 

लालू प्रसाद इन दिनों पटना में रह रहे हैं. इस दौरान वो कई लोगों से मिल रहे हैं तो इसके कई मायने हैं. पप्पू यादव मधेपुरा- सहरसा की राजनीति को प्रभावित करते रहे हैं. इसलिए मधेपुरा से चुनाव की रणनीति पर भी दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई है. बीजेपी के साथ लड़ाई को कैसे दमदार बनाई जाए इस पर भी दोनों के बीच बातें हुईं.  इससे पहले 23 नवंबर 2022 को पप्पू यादव ने दिल्ली में लालू यादव से मुलाकात की थी.लालू प्रसाद से मुलाकात के बाद पप्पू यादव ने कहा कि 83-84 की बात है कि, पिता का स्नेह मुझे मिलता रहा. राजनीतिक जीवन में विचारों पर मतभेद हो सकता है मनभेद नहीं. लालू प्रसाद ने आम आदमी का भी प्रेम खूब पाया और लोगों को भी खूब प्रेम दिया. आज उन्होंने मुझे पिता की तरह स्नेह दिया. कुछ बातें मैंने लालू प्रसाद से बिहार के बारे में कहीं और 1 मिनट में लालू प्रसाद ने गया के डीएम को फोन लगा दिया. आज भी काम करने का तरीका बगल में बैठा कर सुकून देने वाला है. मुझे लगा मुझे इससे ज्यादा और किसी चीज की जरूरत नहीं है. यही काफी है.

 

पप्पू यादव ने कहा कि  वर्तमान राजनीति के बारे में लालू यादव ने   कोई चर्चा नहीं की, लेकिन जरूर कहा कि सबको मिलजुल कर 2024 में देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाना है. उन्होंने कहा कि फिर हम लोग कुछ दिनों बाद बैठ कर बात करेंगे. मैं उनसे आशीर्वाद लेने गया था. उनके स्वास्थ को देखने गया था. 1990 के लालू प्रसाद और अभी कि लालू प्रसाद में कोई फर्क नहीं है.

PAPPU YADAV