सिमरिया धाम में अर्ध कुंभ का हुआ आगाज.

12 राशियों के 12 महीने के संयोग के बाद 6 साल बाद अल्पयोग में हो रहा है अर्धकुंभ का आयोजन.

 

सिटी पोस्ट लाइव :बेगूसराय जिले के  सिमरिया गंगा घाट पर लोक आस्था का जन सैलाब उमड़ने लगा है.सिमरिया धाम में  6 साल बाद अर्धकुंभ मेला का शुभारंभ हो गया है. इस अर्धकुंभ में देशभर के 10 हज़ार से अधिक साधु-संत भगवान की ध्यान और पूजा के लिए पहुँच रहे हैं. पिछले कई महीनों से अर्धकुंभ की तैयारी में जिला प्रशासन जुटा हुआ था. अब इस मेले के आगमन के साथ ही, यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है.

 

सिमरिया धाम में कई साल से कार्तिक मास में अर्धकुंभ की प्रथा चली आ रही है.मिथिलांचल सहित नेपाल और भूटान तक के श्रद्धालु पहुंचते हैं. पिछले बार, गंगा के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि की वजह से श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. इस बार, ऐसे में विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. इस बार अर्धकुंभ की सुख-सुविधाओं के लिए जिला प्रशासन और बिहार सरकार द्वारा विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं.

 

सिमरिया धाम में इस बार 12 राशियों के 12 महीने के संयोग के बाद अर्धकुंभ का आयोजन 6 साल बाद अल्पयोग में हो रहा है.  अर्धकुंभ के लिए देश भर में 10 स्थान चयनित होते हैं. हर राशि के संयोग और योग के बाद, चयनित स्थानों पर अर्धकुंभ या कुंभ का आयोजन होता है. इस बार तुला संक्रांति कार्तिक महीने में हुई, जब गुरु बृहस्पति और चंद्रमा का योग बना, इसलिए अल्पयोग का आयोजन तुला राशि के लिए माना गया है. हिंदू धर्म में मान्यता है कि स्नान से कई मनोकामनाएं पूरी होती हैं और ग्रह गोचर का प्रभाव भी कम होता है. तुला राशि के लोगों के लिए यह अर्धकुंभ मेला विशेष महत्वपूर्ण हो सकता है.

SIMARIYA ganga ghat