महाविद्यालयों से 787 शिक्षक और 944 कर्मचारी ड्यूटी से गायब.

शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल,

सिटी पोस्ट लाइव : IAS अधिकारी शिक्षा विभाग के अपर प्रधान सचिव के.के. पाठक शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटे हैं.उनके इस अभियान के दौरान शिक्षा विभाग का जर्जर चेहरा भी सामने आ रहा है. बिना सूचना फरार रहने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों पर शिक्षा विभाग की कार्रवाई जारी है,स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति तो बढ़ गई है लेकिन अभी भी राज्य के विश्वविद्यालयों के अधीन संचालित अंगीभूत और संबद्ध महाविद्यालयों में शिक्षक नियमितरुप से नहीं आ रहे हैं.

 

20 जुलाई को 12 विश्वविद्यालयों के अंगीभूतएवं संबद्ध डिग्री कालेजों में निरीक्षण के क्रम में बिना सूचना दिए 787 शिक्षक और 944 कर्मचारी ड्यूटी से गायब मिले.इसे गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग ने संबंधित शिक्षकों और कर्मचारियों पर अनुशासनिक कार्रवाई करने का आदेश कुलपतियों को दिया है. एक दिन का वेतन भी काटने को कहा है.शिक्षा विभाग की निगरानी रिपोर्ट के मुताबिक बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में 25 शिक्षक व 21 कर्मचारी, बीएन मंडल विश्वविद्यालय में 57 शिक्षक व 71 कर्मचारी, जय प्रकाश विश्वविद्यालय में 34 शिक्षक तथा 34 कर्मचारी, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में एक-एक शिक्षक व कर्मचारी, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में 120 शिक्षक और 97 कर्मचारी, मगध विश्वविद्यालय में 100 शिक्षक और 176 कर्मचारी, मुंगेर विश्वविद्यालय में 70 शिक्षक एवं 71 कर्मचारी ड्यूटी से गायब पाए गये.

 

पाललीपुत्रा विश्वविद्यालय में 151 शिक्षक तथा 213 कर्मचारी, पटना विश्वविद्यालय में एक शिक्षक तथा 3 कर्मचारी, पूर्णिया विश्वविद्यालय में 157 शिक्षक तथा 147 कर्मचारी, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में 5 शिक्षक और 147 कर्मचारी, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में 66 शिक्षक और 97 कर्मचारी गैरहाजिर मिले हैं. ये शिक्षक व कर्मचारी संबंधित विश्वविद्यालय के अंगीभूत एवं संबद्ध डिग्री कालेजों के हैं.शिक्षा विभाग के अफसरों के निरीक्षण में विभिन्न विद्यालयों में बिना अनुमति के 238 शिक्षक गैरहाजिर पाए गए हैं. ऐसे शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश संबंधित जिला शिक्षा अधिकारियों को दिया गया है.

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