दुर्गा पूजा-छठ पर बिहार और बंगाल के यात्री परेशान.

पर्व त्यौहार पर कैसे जायेगें घर, ट्रेनें फुल, हवाई किराया दोगुना, अब पूजा स्पेशल का इंतजार.

 

सिटी पोस्ट लाइव : अक्टूबर महीने से पूर्वांचल के सभी प्रमुख पर्व त्यौहार शुरू हो जायेगें. 24 अक्टूबर को दुर्गा पूजा, 12 नवंबर को दिवाली और 17 नवंबर को छठ पूजा है.इस मौके पर देश के कोने कोने में रहनेवाले उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग घर आते हैं.लेकिन  पूर्वांचल की तरफ जाने वाली सभी ट्रेनें फुल हैं. स्लीपर हो या अन्य कोई क्लास, किसी में भी टिकट नहीं है. यही नहीं, कई ट्रेनों में तो नो रूम हो गया है, यानी अब वेटिंग टिकट भी नहीं मिलेगा. दुर्गा पूजा से लेकर  दिवाली और छठ पूजा  तक किसी train में बिर्थ उपलब्ध नहीं है.

 

हवाई यात्रा दोगुनी महंगी हो गई है. अब अगर आपको पर्व में जाना है तो आप को पूजा स्पेशल ट्रेन चलने का ही इंतजार करना होगा और नॉर्दर्न रेलवे इसको लेकर तैयारी में जुट भी गई है.आईआरसीटीसी के ऑनलाइन बुकिंग के अनुसार, बिहार और बंगाल जाने वाली सभी प्रमुख ट्रेनों में टिकट फुल है. कोलकाता राजधानी ट्रेन में दुर्गा पूजा ही नहीं, दिवाली और छठ पूजा के लिए भी रिजर्वेशन नहीं मिल रही है. डिब्रूगढ़ राजधानी, पटना जाने वाली संपूर्ण क्रांति में भी टिकट नहीं है. भागलपुर गरीब रथ में दुर्गा पूजा में ही नो रूम हो गया है.विक्रमशिला में लंबी वेटिंग है. दिवाली और छठ पूजा में राजधानी तेजस में वेटिंग है. कोलकाता राजधानी का भी यही हाल है. विक्रमशिला में 12 नवंबर तक वेटिंग है, लेकिन 13 से 15 नवंबर के बीच स्लीपर क्लास में टिकट बंद है. ब्रह्मपुत्र ट्रेन में भी 13 से 15 नवंबर के बीच टिकट नहीं है.

 

नॉर्दर्न रेलवे का कहना है कि रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है. अभी पूजा में एक महीने से ज्यादा का समय है. हर साल की तरह इस बार भी समय पर पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. जानकारी के अनुसार, पिछले साल 39 ट्रेन चलाई गईं थीं. वहीं अन्य डिवीजन द्वारा 28 ट्रेनें चलाईं गईं थीं.दूसरी ओर हवाई यात्रा की बात करें तो दिल्ली से पटना, दरभंगा और देवघर जाने के लिए अभी चार से पांच हजार किराया है, लेकिन दिवाली और छठ पूजा के इस समय यह किराया 8 से 11 हजार तक पहुंच गया है. जैसे जैसे पर्व करीब आएगा यह किराया और महंगा होता चला जाएगा.

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