पूर्व डीएम जी कृष्णैया के परिजनों से मिलेगा आनंद मोहन का परिवार.

सिटी पोस्ट लाइव : गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड मामले में आजीवन कारावास के सजायाफ्ता पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के आदेश पर जी कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया ने सवाल खड़ा कर मामले को बहुत तूल दे दिया है.उन्होंने नीतीश कुमार के फैसले पर खड़ा कर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जाने का ऐलान किया है. लेकिन, इसी बीच बड़ी खबर ये आ रही है कि बहुत जल्द आनंद मोहन का परिवार जी कृष्णैया की पत्नी और उनके परिवारवालों से मुलाकात कर सकता है.

आनंद मोहन के पुत्र और आरजेडी विधायक चेतन आनंद ने कहा की पिछले पंद्रह सोलह सालों से इस घटना के बाद सिर्फ दो परिवारवालों ने कष्ट और पीड़ा झेली है. हमारे दुख से कहीं बड़ा दुख जी कृष्णैया के परिवारवालों का है. हमारी कोशिश है की उनके परिवारवालों से मुलाकात हो और हम इस कोशिश में लगे हुए हैं. उम्मीद है उनका परिवार हमलोगों से मिलेगा और हमारा दुख भी समझेगा. इस मुलाकात में किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं हैं सिर्फ शिष्टाचार और एक दूसरे के दुख को साझा करने की कोशिश मात्र होगी.

चेतन आनंद कहते हैं कि आज जो लोग आनंद मोहन जी की रिहाई पर राजनीति कर रहे हैं, क्या उन लोगों ने कभी जी कृष्णैया के परिवारवालों से मुलाकात कर उनका दुख जाना है. चेतन आनंद इस पर भी साफ करते हैं कि जी कृष्णैया की पत्नी आनंद मोहन जी कि रिहाई से नाराज हैं और सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रही हैं. इस पर चेतन आनंद कहते हैं कि उनकी नाराजगी स्वाभाविक है.चेतन आनंद ने आगे कहा कि वो स्वतंत्र हैं अपना फैसला लेने के लिए. लेकिन हमारी कोशिश ये है ही नहीं कि उनके फैसले को लेकर कोई सवाल खड़े करें. हम केवल एक शिष्टाचार मुलाक़ात भर करना चाहते हैं और इसमें एक पैसे की राजनीति नहीं है. चेतन आननंद ने कहा कि हम बहुत जल्द उनसे समय लेकर मुलाकात करने का प्रयास करेंगे उम्मीद है वो अपना समय जरूर देंगी.

वहीं, जी कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया आनंद मोहन की रिहाई की खबर से सदमे में हैं और अपनी पीड़ा का इजहार करते हुए कहती हैं कि जो फैसला हुआ है वो वोट बैंक की राजनीति के लिए किया जा रहा है. ये फैसला उनके साथ किसी अन्याय से कम नहीं है. आनंद मोहन को पहले फांसी की सजा हुई थी, फिर उसे उम्रकैद में बदल दिया गया, और अब सरकार उसकी रिहाई करा रही है. ये फैसला कहीं से भी सही नहीं है.

ANAND MOHAN