सिटी पोस्ट लाइव : इस साल 2023 में जून महीने के 29 तारीख तक शादी व्याह के लिए शुभ लग्न है.अब अगले महीने से अशुद्ध आरंभ की शुरुआत हो रही है. अगले चार महीने कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होगा और कोई शहनाई नहीं बजेगी. हिंदू धर्मशास्त्र के मुताबिक अशुद्ध आरंभ की शुरुआत होते ही मांगलिक कार्य शादी, विवाह, मुंडन, उपनयन संस्कार आदि करना वर्जित है. ऐसा कहा जाता है की श्रावण मास के आते ही अशुद्धारम्भ हो जाता है. इसलिए इसे महामास या खरमास भी कहते हैं..
श्रावण मास के आते ही अशुद्धारम्भ की शुरुआत हो जाती है और मांगलिक कार्य वर्जित हो जाते हैं. शुभ कार्य के लिए श्रावण के बाद अश्विन और कार्तिक का आधा महीना वर्जित माना गया है. इस दौरान शादी-विवाह, यज्ञोपवित और मुंडन सहित अन्य मांगलिक कार्य नहीं किए जाते.मांगलिक कार्य के लिए 16 नवंबर से 17 दिसंबर तक की तिथि शुभ होगी. पुनः 14 जनवरी के बाद मांगलिक कार्य प्रारंभ होता है और फिर 14 मार्च के बाद बंद हो जाता है. फिर 14 अप्रैल के बाद प्रारंभ हो जाता है और वह 17 जुलाई को खत्म हो जाता है.
पंडित जी कहते हैं सब महीनों में श्रेष्ठ श्रावण को माना गया है. इसलिए इस महीने की शुरुआत होते ही अशुद्धारम्भ मास की शुरुआत हो जाती है. इसलिए अगले चार महीने मांगलिक कार्य नहीं होते और हिंदू धर्म मानने वाले इन चीजों से परहेज करते हैं. अशुद्धारम्भ में मांगलिक कार्य नहीं होते हैं. लेकिन पूजा पाठ उसी तरह होते हैं.