सिटी पोस्ट लाइव : झारखंड में चंपई सोरेन सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है लेकिन सभी की निगाहें मंत्रिमंडल के विस्तार पर टिका है. सूत्रों के अनुसार कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से चार मंत्रियों में से तीन मंत्री का मंत्रालय जा सकता है. कांग्रेस कोटे से जिन चेहरों को इस बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल सकती है उनमें बादल पत्रलेख, बन्ना गुप्ता और रामेश्वर उरांव का नाम है.इन तीनों की जगह भूषण बाड़ा, दीपिका पांडेय और रामचंद्र सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है. भूषण बाड़ा और दीपिका पांडेय का नाम लगभग तय है . रामचंद्र सिंह या प्रदीप यादव पर चर्चा जारी है.
एंकर: झारखंड का बजट सत्र 23 फरवरी से शुरू हो रहा है. 28 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा. चंपई सोरेन की कैबिनेट में अब तक वित्त मंत्री तय नहीं है, झारखंड में बजट सत्र को लेकर तैयारियां अधिकारियों के स्तर से तो चल रही है, लेकिन वित्त मंत्री के नहीं होने से संशय का वातावरण बना हुआ है. ऐसे में सबके जेहन में ये सवाल है कि बिना वित् मंत्री के बजट कैसे पेश होगा ?
झारखंड में नई सरकार में 12वें मंत्री का भी होना तय माना जा रहा है साथ ही वर्तमान मंत्रियों में बदलाव भी हो सकता है. हेमंत सोरेन की सरकार में 11 मंत्री ही थे जबकि 12वें मंत्री का पद रिक्त था लेकिन हो सकता है कि चंपई की सरकार में 12वां मंत्री भी हो. मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन के पास ही कई महत्वपूर्ण विभाग रहे थे इनमें गृह, ऊर्जा, पथ निर्माण, भवन निर्माण, उच्च शिक्षा, जल संसाधन, वन एवं पर्यावरण, कार्मिक, कैबिनेट आदि जैसे महत्वपूर्ण विभाग सम्मिलित थे. जगरनाथ महतो के निधन के बाद शिक्षा विभाग भी उनके पास रहा था.