सिटी पोस्ट लाइव : बिहार चुनाव में बाहुबलियों की मांग बढ़ गई है.RJD द्वारा कई बाहुबलियों और उनकी पत्नियों को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर राजनीति तेज हो गई है.बीजेपी और JDU के नेता RJD पर हमलावर है और राजनीति में असामाजिक तत्वों को लाने का आरोप लगा रहे है.लेकिन RJD के नेता भी JDU के बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर सवाल खड़ा कर रहे हैं.
बिहार की राजनीति में बाहुबलियों का शुरू से ही बोलबाला रहा है.इसबार भी कई दलों ने बाहुबलियों और उनकी पत्नियों को चुनाव मैदान में उतारा है.RJD ने मुंगेर लोक सभा क्षेत्र से खूंखार अपराधी अशोक महतो की पत्नी अनीता देबी को उम्मीदवार बनाकर सबको चौंका दिया है.अशोक महतो पर चर्चित वेब सीरीज भी बन चूका है.इतना ही नहीं वैशाली से बाहुबली मुन्ना शुक्ल और शिवहर से बाहुबली रामा सिंह को मैदान में उतारने का RJD ने मन बना लिया है.बीजेपी और जेडीयू के नेता लालू यादव पर गुंडों को राजनीति में बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे हैं.
अपराधियों और बाहुबलियों को चुनाव में उतारने का आरोप बीजेपी-जेडीयू के नेता लालू यादव पर तो लगा रहे हैं लेकिन JDU ने बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद को शिवहर से और सिवान से बाहुबली नेता रमेश कुशवाहा की पत्नी विजय लक्ष्मी को मैदान में उतार दिया है.RJD के नेता भी पलटवार कर रहे हैं.उनका कहना है कि खुद नीतीश कुमार दो बाहुबलियों की पत्नी को चुनाव लड़ रहे हैं तो सवाल नहीं उठ रहा लेकिन आरजेडी पर अपराधियों को बढ़ावा देने का आरोप क्यों लग रहा है?
हमाम में सभी राजनीतिक दल नंगे हैं.सभी दागी लोगों को लोक सभा चुनाव लड़ा रहे हैं लेकिन सब अपने अपने दाग को विरोधी की दाग से बेहतर बता रहे हैं.हमारे दाग अच्छे हैं की तर्ज पर बिहार में राजनीति हो रही है जिसका सीधा फायदा बाहुबलियों और अपराधियों को मिल रहा है.
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