सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बुधवार को ही अपने तमाम विधायकों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी और मुलाकात को शिष्टाचार मुलाकात बताया था लेकिन ठीक इसके एक दिन बाद ही वो राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंच गये.गवर्नर से मुलाकात के बाद मीडिया से बात कर मांझी ने कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है. सरकारी स्कूल में पढ़ाई का स्तर ठीक नहीं है, खासकर सरकारी स्कूलों की पढ़ाई की व्यवस्था तो और भी चरमरा गई है. जो सरकारी टीचर स्कूल में पढ़ाते हैं वो भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में नहीं पढ़ने भेजते हैं. हम राज्यपाल से मुलाकात कर शिक्षा व्यवस्था पर अपनी चिंता बताने गए थे.
मांझी यही नहीं रुके. उन्होंने सरकारी स्कूल की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने के साथ-साथ पुल गिरने पर भी सरकार पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि जो पुल गिरा है उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा वजह क्या थी. लेकिन बिहार में आज भी किसी भी निर्माण में एस्टीमेट घोटाला हो रहा है. जिस प्रोजेक्ट को 1000 में पूरा हो जाना चाहिए उसके लिए 5000 का एस्टीमेट बनाया जाता है.मांझी ने इन दोनों आरोपों के बाद एक और बड़ा बयान देकर राजनीतिक हलचल तेज कर दी.
उन्होंने विपक्षी एकता को लेकर कहा कि 23 तारीख को आयोजित बैठक को लेकर जेडीयू-राजद की तरफ से अब तक कोई विधिवत जानकारी मुझे नहीं दी गई है. अगर बुलावा मिलता है तो ठीक, नहीं मिलता है तो भी मुझे कोई असर नहीं पड़ेगा. विपक्ष मजबूत हो, जैसे भी एकता बन सके वैसे हो. जहां तक रहना न रहने का सवाल है तो नीतीश कुमार जब साथ हैं तो हम भी उनके साथ हैं.
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