सिटी पोस्ट लाइव : देश में बहुत दिनों बाद विपक्ष के 26 दलों के नेता एकसाथ बैठे हैं.आज बेंगलुरु में विपक्षी एकता की हो रही बैठक ने बीजेपी की चिंता बढ़ा दी है.बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने विपक्षी एकता की पहल को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने कहा कि विपक्षी एकता की पहली और दूसरी बैठक के बीच मात्र 24 दिनों के भीतर नीतीश कुमार हाशिये पर आ गए.शरद पवार की पार्टी टूट गई. कांग्रेस ड्राइविंग सीट पर आ गई. उन्होंने कहा कि इतना नहीं, बिहार-यूपी में जीतन राम मांझी, ओम प्रकाश राजभर, चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए की ओर आने से विपक्ष कमजोर हुआ है.
उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता की बेंगलुरु बैठक में जिन आठ नए दलों के जुड़ने की बात कही जा रही है, उनमें चार केरल और चार तमिलनाडु के छोटे-छोटे दल हैं.उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के जिन दो राज्यों में भाजपा का प्रभाव बहुत कम है, वहां के इन चंद दलों के विपक्ष के साथ जुड़ने- न जुड़ने से राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए को कोई फर्क पड़ने वाला नहीं. यह केवल परसेप्शन बनाने का खेल है.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार की पहल पर पटना में आयोजित हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद दूसरी मीटिंग कर्नाटक के बेंगलुरु में हो रही है. इस बैठक में करीब 26 राजनीतिक दलों के शीर्ष नेता शामिल हो रहे हैं.इस बैठक में आठ नई पार्टियों ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ एकजुट होने के लिए विपक्षी मोर्चा खोलने की ठानी है.
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