एक ही परिवार के 7 लोग गंडक नदी में डूबे.

देखते ही देखते डूब गए , 5 की बचाई गयी जान, 2 लापता, लापता लोगों की खोजबीन है लगातार जारी.

सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के गोपालगंज जिले से गंडक नदी में एक ही परिवार के सात लोगों के डूबने की खबर सामने आई है.खबर के अनुसार गंडक नदी में श्राद्ध कर्म के दौरान स्नान कर रहे सात लोग डूबने लगे. पांच लोगों की जान बचा ली गयी लेकिन दो लोग अभी भी लापता हैं. पुलिस के अनुसार सिधवलिया थाना क्षेत्र के सलेमपुर घाट के पास गंडक नदी में ये हदाशा हुआ है. सात दिन पहले सलेमपुर गांव की रहनेवाली सरिता देवी की कैंसर से मौत हो गयी थी. मौत के बाद दाह-संस्कार गंडक नदी के घाट पर कराया गया था. आज रविवार को सतधन की काम क्रिया करने के बाद परिवार के सभी लोग स्नान करने पहुंचे थें, जहां गहरे पानी में नहाने के दौरान चले गए, जिससे देखते-देखते सभी लोग डूबने लगे.

हादसा में सलेमपुर गांव के रहनेवाले राजू गुप्ता के पुत्र सूरज और राजदेव साह का पुत्र धीरज कुमार लापता है. परिजनों के मुताबिक अशोक गुप्ता के परिवार के सभी लोग थें, जो स्नान करने के दौरान लापता हुए. हादसे के बाद घाट पर लोगों की काफी संख्या में भीड़ जुटी हुई है. स्थानीय गोताखोरों की मदद से लापता लोगों की तलाश जारी है. डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों लापता युवकों की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम बुलाई है. डीएम ने कहा कि मौके पर अधिकारियों की टीम कैंप कर रही है.

सलेमपुर में नदी किनारे बैगन की खेती कर रहे किसान मनोहर सहनी ने गंडक नदी में बच्चों को डूबते हुए देख छलांग लगा दी. एक-एक कर चार बच्चों को बचा लिया और एक अन्य ने खुद से तैरकर जान बचा ली. मनोहर ने बताया कि पानी अधिक पीने की वजह से दोनों बच्चे डूब गए. चाह कर भी उन्हें बचा नहीं सका. चार बच्चों की जान बचाने के बाद दो को नहीं बचाने की मलाल था और वह खुद पर अफसोस कर मायूस था.

हादसा होने की सूचना पर पहुंचे जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी. प्रशासन के मौके पर देर से पहुंचने पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि मामले में सदर एसडीएम और आपदा प्रभारी से बात की गयी है. स्थानीय पुलिस भी मौके पर घंटों बाद पहुंची. लापता लोगों की तलाश के लिए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ बुलाने की मांग की है.

drowned in the Gandak river