पटना में 30 फीसदी लोगों ने ही ली बूस्टर डोज, 15 हजार टीके बर्बाद.

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना का संक्रमण तेज रफ़्तार से बढ़ने लगा है.पटना समेत राज्य के कई जिलों में भी अब कोरोना के नए मरीज मिलने लगे हैं.शुक्रवार को भी कोरोना के 20 नए केस मिले हैं. इनमें 11 पटना जिले के हैं. पीएमसीएच के एनेस्थेसिया विभाग के एक डॉक्टर भी संक्रमित हो गए हैं. अबतक यहां के तीन डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं. पटना के जिन इलाकों में कोरोना के मरीज मिले हैं, उनमें दुल्हिन बाजार, गर्दनीबाग, अनीसाबाद, दीदारगंज, सुल्तानगंज आदि शामिल हैं.

सरकारी आंकड़े के अनुसार राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 76 से अधिक हो गई है. पटना जिले में अबतक 30 फीसदी लोगों ने ही बूस्टर डोज ली है. 31 मार्च को करीब 15 हजार टीके एक्सपायर हो गए.कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद लोगों ने बूस्टर डोज लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाई. अब जब केस आने लगे हैं, तो लोग बूस्टर डोज लेने पहुंचने लगे हैं.लेकिन, उन्हें बैरंग लौटना पड़ रहा है,किसी केंद्र पर टीका ही उपलब्ध नहीं है.

31 मार्च के बाद से पटना समेत राज्य के किसी केंद्र पर वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. केंद्र सरकार से इसकी मांग की गई है. इसी महीने आने की उम्मीद है. राजवंशीनगर हड्डी अस्पताल के निदेशक डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा-जो लोग टीका लेने आ रहे हैं, उनका नाम और फोन नंबर दर्ज किया जा रहा है. टीका आने पर उन्हें बुलाकर दिया जाएगा.कोवैक्सीन और कोविशिल्ड के बाद जल्द ही एक नई वैक्सीन कोरवी वैक्स उपलब्ध होगी. यह 12 से 14 वर्ष के किशोरों को लगेगी. इसके अलावा इसे बूस्टर डोज के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

केरल, महाराष्ट्र के बाद बिहार में भी कोरोना के नए वैरिएंट एक्सबीबी .1.16 ने दस्तक दे दी है.रोहतास की एक युवती संक्रमित हो चुकी है. आईजीआईएमएस में जिनोम सिक्वेंसिंग से इसकी पुष्टि हुई है. नए वैरिएंट का इनफेक्टिविटी रेट अधिक है. लेकिन राहत की बात यह है कि इसका संक्रमण गले के नीचे नहीं उतर रहा है, जिससे लोगों को संक्रमित होने पर भी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है. लक्षण पुराने वैरिएंट जैसे ही हैं. मसलन-सर्दी, खांसी, बुखार, नाक से पानी बहना, गले में खरास, शरीर में दर्द, उल्टी, दस्त आदि. स्वाद और गंध भी चली जा रही है.

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