बिहार में पुल ध्वस्त होने के कारण का IIT रुड़की की रिपोर्ट में खुलासा.

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के भागलपुर जिले में अगुवानी-सुल्तानगंज पुल को फिर से तोड़कर नए सिरे से पूल के निर्माण की अनुशंसा  भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने की है.अपनी जांच रिपोर्ट में आईआईटी रुड़की ने कहा कि पुल के डिजाइन में ही डिफेक्ट होने के कारण उसके पिलर भार नहीं सह पा रहे हैं. पुल को पूरी तरह तोड़ कर नई डिजाइन पर पुल बनाने की जरूरत है.मिली जानकारी के अनुसार, आईआईटी रुड़की की रिपोर्ट का पथ निर्माण विभाग के एक्सपर्ट अध्ययन कर रहे हैं.  पिछले साल पुल का सुल्तानगंज के तरफ एक हिस्सा गिरने के बाद आईआईटी रूड़की को इसकी जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई थी.

अब इसकी पूरी रिपोर्ट आईआईटी रुड़की ने सरकार को सौंप दी है. मिली जानकारी के अनुसार संस्थान ने मंगलवार रात राज्य के पथ निर्माण विभाग को रिपोर्ट सौंपी है.सड़क निर्माण विभाग के एक अधिकारी ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा, “हम आईआईटी रुड़की द्वारा की गई जांच के बिंदु पर चर्चा करेंगे और उसके बाद निर्णय लेने की सिफारिश करेंगे. हम जल्द ही एक नया पुल बनाने के लिए एक नई डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करेंगे. इसका निर्माण समयबद्ध तरीके से किया जाएगा.” हालांकि, अधिकारी ने रिपोर्ट के विवरण को सार्वजनिक रूप से साझा करने से इनकार कर दिया.

भागलपुर जिले के सुल्तानगंज और खगड़िया जिले के अगुवानी घाट को जोड़ने वाली 1,710 करोड़ रुपये की फोर-लेन सड़क पुल परियोजना को इसी साल 11 जून को पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन पर सार्वजनिक उपयोग के लिए शुरू किया जाना था, लेकिन इसका निर्माण पूरा नहीं होने के बाद इसकी उद्घाटन की तारीख आगे बढ़ा दी गई थी. लेकिन, पुल निर्माण पूरा होने से पहले ही यह ध्वस्त होकर गंगा नदी में समा गया. पुल ढहने के बाद बिहार सरकार को भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है..

Bihar Bridge Collapsed