बिहार में 24.1% महंगी हुई बिजली, फिक्सड शुल्क में इजाफा.

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार ने लोगों को  बिजली का तगड़ा झटका दे दिया है. पहले से ही महँगी बिजली से परेशान लोगों को  लोगों को बिजली के लिए और अधिक पैसे देने पड़ेंगे. विद्युत विनियामक आयोग (रेगुलेटरी कमिशन) ने बिहार में बिजली दर में भारी बढ़ोतरी की घोषणा की है. पटना में आज विद्युत विनियामक आयोग के चेयरमैन शिशिर सिन्हा ने शुल्क में बढ़ोतरी की घोषणा की. मिली जानकारी के अनुसार आयोग ने बिजली की दरों में 24.10 प्रतिशत बढ़ोतरी की घोषणा की है.

विद्युत विनियामक आयोग (Electricity Regulatory Commission) ने बिजली बिल फिक्स्ड चार्ज में भी दोगुना से ज्यादा बढ़ोतरी का फैसला सुनाया है. बिजली कंपनियों ने विद्युत विनियामक आयोग से 53.62 फीसदी बढ़ोतरी की मांग की थी. बिजली देने की नई  घोषणा करते हुए बिहार विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन ने बताया कि प्रति यूनिट बिजली का दर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के आधार पर तय किया जाएगा.

बिजली डर में जो बढ़ोतरी की गई है वह सभी केटेगरी के लिए एक साथ लागू होगी. विद्युत नियामक आयोग ने प्रति यूनिट बिजली दरों में बढ़ोतरी के साथी बिहार में इलेक्ट्रिसिटी बिल पर फिक्सड चार्ज में भी बढ़ोतरी का फैसला सुनाया है. वहीं बिजली की दरों में 24.10 प्रतिशत बढ़ोतरी आयोग के अधिकारियों से अधिक की बढ़ोतरी की गई है. ऐसे में बिहार में बिजली करीब 2 रुपये प्रति यूनिट महंगा हो सकता है.  दरअसल अब 100 यूनिट तक बिजली यूज करने वाले कस्टमर को 150-200 रुपए ज्यादा चुकाने होंगे. 100 यूनिट से ज्यादा बिजली का उपयोग करने वाले को 1.67 रुपए प्रति यूनिट ज्यादा देने होगें. इसमें फिक्स्ड चार्ज जोड़ दिया जाए तो बढ़ोतरी प्रति यूनिट 2 रुपए से ज्यादा होगी.बिहार के लोगों को नहीं मिलेगी मुफ्त बिजली, नीतीश सरकार ने किया साफ इनकार, कहा- पहले से सब्सिडी दे रहे हैं.

बिहार में विद्युत नियामक आयोग के फैसले के बाद बिहार में बिजली दर 6.95 प्रति यूनिट था,  जो अब बढ़कर 8.62 रुपये प्रति यूनिट हो जाएगा. हालांकि अंतिम रेट सरकार की तरफ से दी जाने वाली सब्सिडी के आधार पर तय होगा कि सरकार प्रति यूनिट 1.83 सब्सिडी देती है. इसके अलावा  आयोग ने एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए बिजली दरों के स्लैब को तीन से घटाकर अब दो कर दिया है.