विश्वासमत तक शिमला में रहेगें कांग्रेस के विधायक.

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा में  तेजस्वी यादव बीजेपी-जेडीयू विधयाकों के सहारे खेला करने की तैयारी में  जुटे हैं.खतरे को नीतीश कुमार भी भांप चुके हैं.अपनी सरकार बचाने के लिए जेडीयू के नेता भी कांग्रेस विधयाकों के संपर्क में हैं. कांग्रेस पार्टी भी सतर्क है.सरकार के विश्वासमत हासिल करने को लेकर कांग्रेस अपने विधायकों को दिल्ली में बुला लिया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को दिल्ली पहुंचने वाले पार्टी के 16 विधायकों के साथ बातचित की.

विश्वासमत के दौरान पार्टी को एकजुट रखने और किसी प्रकार की टूट से बचाने को लेकर बिहार के कांग्रेस विधायकों को प्रदेश से बाहर रखा जाएगा. कांग्रेस के विधायक बिहार विधानसभा के सत्र आरंभ होने के समय सीधे एयरपोर्ट से विधानसभा पहुंचेंगे. आलाकमान ने  शनिवार को पार्टी के सभी विधायकों और विधान परिषद सदस्यों को दिल्ली बुला लिया है. इस बैठक में पार्टी के तीन विधायक नहीं पहुंचे हैं. दिल्ली में शनिवार को हुई बैठक में सम्मिलित नहीं होने वाले विधायकों में मनिहारी के विधायक मनोहर प्रसाद सिंह, विक्रम के विधायक सिद्धार्थ एवं अररिया के विधायक आबुदुरहमान के नाम शामिल हैं.

आबुदुरहमान ने दिल्ली नहीं जाने का कारण  अपनी पुत्री के ऑपरेशन बताया है. सिद्धार्थ रविवार को दिल्ली पहुंच सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि शाम में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने औपचारिक बात की. साथ ही सभी विधायकों को एकजुट रहने का मंत्र दिया.विधायकों के साथ वह आज रविवार को भी बैठक करेंगे. बताया जा रहा है कि रविवार को बैठक के बाद बिहार के कांग्रेस के सभी विधायकों को किसी अज्ञात जगह पर भेज दिया जाएगा. संभावना है कि कांग्रेस के विधायकों को शिमला भेजा जा सकता है.

बिहार की बदली परिस्थिति में जिस दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एनडीए सरकार बहुमत का प्रस्ताव पेश करेगी उस दिन ही कांग्रेस के विधायक बिहार लौटेंगे. आलाकमान ने अपने विधायकों की लोकसभा चुनाव में सीटों की शेयरिंग को लेकर दिल्ली में बैठक बुलाई थी. अब कांग्रेस विधायकों को बाहर ही रोककर रखा जाएगा.

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