अगर आनंद मोहन निर्दोष तो CM रहते हुए क्‍यों नहीं की मदद.

सिटी पोस्ट लाइव : आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सियासत तेज है.बीजेपी नेता सुशील मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जब आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया की हत्या हुई थी, उस समय लालू यादव मुख्यमंत्री थे, इसलिए वही बताएं कि यदि बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन निर्दोष थे, तो उन्होंने उस समय उनकी कोई मदद क्यों नहीं की? दलित आईएएस अधिकारी की ड्यूटी के दौरान दिनदहाड़े हुई हत्या की यह जघन्य घटना लालू राज के डरावने दिनों की याद दिलाती है. उस दौर में दलितों के, हत्या और व्यवसायियों के अपहरण की घटनाएं आम थीं.

मोदी ने कहा कि आनंद मोहन के मामले में लालू-राबड़ी सरकार ने सेशन कोर्ट से हाईकोर्ट तक उनकी रिहाई का विरोध किया था. आज यही लोग उनकी रिहाई के लिए जेल कानून को बदल रहे हैं.मोदी ने सवाल किया है कि साल 2005 तक राजद की सरकार थी तब क्यों नहीं आनंद मोहन को निर्दोष बताने की कोशिश की गई? इसका जवाब तो लालू प्रसाद ही दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि आज चुनावी लाभ के लिए लाखों सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा को ताक पर रखकर राजद-जदयू की सरकार दुर्दांत अपराधियों को रिहा कर रही है.

ANAND MOHAN