बिहार के लिए शाह ने की अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल.

सिटी पोस्ट लाइव :अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर बिहार की राजनीति गरमाई हुई है.रामनवमी से बिहार में शुरू हुई हिंसा को लेकर विपक्ष हमलावर है.RJD नेता शिवानंद तिवारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर नवादा की अपनी सभा में बिहार के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है.उन्होंने बिहार की सरकार को दंगाईयों की सरकार कहा. उन्होंने कहा कि लोग मारे जा रहे हैं, जबकि बिहार सरकार ने यह बताया है कि बिहारशरीफ में एक व्यक्ति की मौत हुई है.शिवानंद ने कहा कि बिहार की सरकार का मानना है कि दोनों जगह की घटना गंभीर साजिश का परिणाम है.

 

शिवानन्द तिवारी ने कहा कि गृह मंत्री ने बिहार की स्थिति पर मुख्यमंत्री से बात नहीं की, बल्कि राज्यपाल से बात कर स्थिति का जायजा लिया. गृह मंत्री भूल गए कि बिहार में भी एक सरकार है.संविधान में केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकार की स्पष्ट सूची बनी हुई है.उन्हें याद रखना चाहिए था कि बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है.शिवानंद ने कहा कि दरअसल भाजपा बिहार को लेकर डरी हुई है. वह 2015 भूल नहीं पा रही.उस समय भी बिहार में लालू-नीतीश का गठबंधन बना था. मौजूदा गठबंधन लोकसभा के पिछले नतीजे को उलट देने वाली स्थिति में है. भाजपा को डर है कि अगर ऐसा हो गया तो उनके लिए देश में अगली सरकार बनान मुश्किल होगा.

 

JDU के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को यह मालूम होना चाहिए कि बिहार में भाजपा अपने नेताओं के कारण गोईठा बन चुकी है. इसमें जुमलेबाजी का घी पिलाने का कोई फायदा नहीं.जुमलेबाजी के बजाय अपने नेताओं को अतिपिछड़ों का सम्मान करने की नसीहत दें. राजीव रंजन ने कहा कि बिहार भाजपा के अतिपिछड़ा विरोधी नेता अमित शाह की सारी मेहनत पर पानी फेर देंगे.

 

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए जिस तरह से सासाराम और नालंदा की जनता को दंगाई बताने का काम किया है, इससे लोगों में आक्रोश है.उनकी सभा और दंगे भड़काने की कोशिशों की टाइमिंग से लोगों की समझ में यह बात आ गर्द है कि यह संयोग है या फिर किन्हीं खास लोगों का समझा प्रयोग.हार की जनता के सामने भाजपा एक्सपोज हो चुकी है. अब वह दस सभाएं कर लें या दस हजार, बिहार की जनता उनके झांसे में नहीं आने वाली है.

SHIVANAND TIWARI