सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के पूर्व DGP सह केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के तत्कालीन अध्यक्ष SK सिंघल की मुश्किलें बढ़नेवाली हैं. EOU के ADG नैय्यर हसनैन खान ने उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की है. EOU के ADG नैय्यर हसनैन खान ने यह अनुशंसा करते हुए पेपर लीक मामले को लेकर पूर्व DGP SK सिंघल के विरुद्ध तमाम साक्ष्यों का उल्लेख करते हुए DGP को पत्र लिखा है. EOU की SIT की रिपोर्ट में SK सिंघल को दायित्वों का निर्वहन नहीं करने के मामले में SIT ने दोषी पाया है. जांच के क्रम में SK सिंघल को EOU की टीम तीन से चार बार पूछताछ कर चुकी है, इस दौरान कई तथ्यों पर उन्हें दोषी पाया गया है.
EOU SIT के अनुसार, पेपर लीक कांड केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के तत्कालीन अध्यक्ष सह पूर्व DGP SK सिंघल की लापरवाही और नियमों एवं मानकों की प्रत्यक्ष अनदेखी की वजह से हुआ है. EOU SIT ने बताया है कि इतने महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए उन्होंने अपने दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन नहीं किया जिसकी वजह से सुनियोजित तरीके से एक संगठित आपराधिक गिरोह के स्तर से पेपर लीक की घटना को अंजाम दिया गया. इस कांड में SK सिंघल की भूमिका संदेह के दायरे में पाते हुए अनुशासनिक कार्रवाई के लिए पर्याप्त साक्ष्यों उपलब्ध पाए गए हैं.
हालांकि, SIT ने जांच में पाया कि तत्कालीन अध्यक्ष के खिलाफ आपराधिक गतिविधि से संबंधित पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिले हैं, परंतु दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के कारण चेन ऑफ कस्टडी की गोपनीयता और सत्यनिष्ठा को बनाए रखने के लिए निर्धारित मानकों की अनदेखी की गई है. इस कारण पेपर लीक हुआ और लोगों को इतनी फजीहत हुई इस वजह से इनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने की अनुशंसा की गई है. अब इस अनुशंसा को मद्देनजर डीजीपी और राज्य सरकार को अंतिम रूप से निर्णय लेना हैं.
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