सिटी पोस्ट लाइव: आईएएस (IAS) अधिकारी संजीव हंस और आरजेडी के पूर्व विधायक गुलाब यादव से जुड़े मनी लांड्रीग केस में कार्रवाई लगातार जारी है. जांच एजेंसी ईडी पूछताछ के लिए जल्दी ही संजीव हंस की पत्नी मोना हंस और गुलाब यादव की पत्नी अंबिका यादव समेत अन्य आरोपियों को नोटिस जारी करेगी. अहम सुराग मिलने के बाद संजीव हंस की पत्नी मोना हंस और गुलाब यादव की पत्नी अंबिका यादव समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है.ईडी ने मनी लांड्रिंग केस में आईएएस संजीव हंस और गुलाब यादव समेत 13 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है. अब इस केस में ईडी ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुणे से कारोबारी देवेंद्र सिंह आनंद और विपुल बंसल की गिरफ्तारी हुई है. दोनों को बुधवार को पटना में ईडी की विशेष कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने 25 नवंबर तक दोनों को न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया है.इस मामले की जांच कर रही ईडी की टीम ने देवेंद्र सिंह आनंद और विपुल बंसल को पूछताछ के लिए बुलाया था. लंबी पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.
इन दोनों आरोपियों पर आईएएस संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव को सहयोग करने का आरोप है. इसी साल 16 जुलाई को ईडी से पूछताछ के क्रम में कारोबारी देवेंद्र सिंह आनंद ने बताया था कि उसका फॉर्म मेसर्स आनंद के खाते में 2012 से 2020 के बीच पूर्व विधायक गुलाब यादव के लोगों ने 4.59 करोड़ कैश जमा करवाया था जिसमें से 2.47 करोड़ बिहार के अलग-अलग जगह में भेजा गया था.बताया जा रहा रहा है कि उसने इस बात की भी जानकारी दी थी कि गुलाब यादव के कहने पर ही उसके रिश्तेदारों के खाते में 3.08 करोड़ रुपए भेजे गए थे. छापेमारी के दौरान देवेंद्र सिंह के यहां बरामद लेजर से भी गुलाब यादव से एक करोड़ मिलने की बात सामने आई थी. ईडी की माने तो 2012 से 2020 तक पूर्व विधायक गुलाब यादव ने गिरफ्तार आरोपियों से 8.67 करोड रुपए का लेनदेन किया था.