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आनंद मोहन पर पूर्व IPS ने लगाया हत्या की सुपारी देने का आरोप.

अमिताभ दास बोले-बाहुबली ने गुर्गों को दिया ऑर्डर, कभी भी हो सकती है हत्या, so रही है पुलिस.

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सिटी पोस्ट लाइव : जेल से आनंद मोहन  की रिहाई का विरोध करनेवाले बिहार के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने अपनी हत्या  की सुपारी देने का आरोप आनंद मोहन  के ऊपर लगा दिया है.बाहुबली की रिहाई के विरोध में आवाज उठाने वाले पूर्व IPS अमिताभ कुमार दास ने कहा कि कभी भी उनकी हत्या हो सकती है. बाहुबली ने अपने गुर्गो को ऑर्डर दिया है कि अमिताभ कुमार दास को भी जी कृष्णैया के पास पहुंचा दो.अमिताभ दास के अनुसार  सुपारी का इनपुट उन्हें उनके इंटेलिजेंस ने दी है, जिसकी जानकारी बिहार पुलिस के मुखिया को दे दी गई है. आनंद मोहन की हिट लिस्ट में आने का मतलब कभी भी कोई बड़ी वारदात हो सकती है.

 

अमिताभ कुमार दास ने ही सबसे पहले बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई का विरोध किया था. । पटना हाईकोर्ट में खुद जनहित याचिका दायर की और गोपालगंज के पूर्व डीएम जी कृष्णैया की पत्नी को भी रिहाई के विरोध में आगे लाया.पूर्व IPS ने ही जी कृष्णैया की पत्नी को सुप्रीम कोर्ट में रिहाई का विरोध करने के लिए तैयार कराया है. अमिताभ दास का कहना है कि बाहुबली की रिहाई के विरोध में पहली आवाज उन्होंने ही उठाई थी और इस कारण से उनकी जान पर खतरा बढ़ गया है.उन्होंने कहा कि  25 साल तक बिहार में सेवा दिया हैं, इस दौरान उनके कई विश्वसनीय सूत्र हैं. उन्होंने बताया कि खुफिया नेटवर्क से ही उन्हें यह जानकारी मिली है कि बाहुबली नेता आनंद मोहन उनकी हत्या की सुपारी दी है.

 

पूर्व IPS ने बिहार के सीएम पर भी इस साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है.पूर्व IPS का कहना है कि मुझे मारने की तैयारियां कर ली गई है. इस कड़ी में सबसे पहले मेरे सभी बॉडीगार्ड को भी हटा लिया गया है. सर्विस में नहीं होने के बाद भी मेरे ऊपर जान का खतरा था, इसलिए बॉडीगार्ड दिए गए थे, लेकिन सिक्योरिटी हटाकर अब खतरा बढ़ा दिया गया है.अमिताभ दास ने बताया कि बिहार के DGP को लिखित शिकायत देकर हत्या की पूरी साजिश की जानकारी दे दी गई है. पुलिस मुख्यालय ने आवेदन रिसीव कर लिया है, लेकिन अभी पुलिस भी गंभीर नहीं हुई है.

 

आवेदन में लिखा है कि अगर मेरे साथ कोई घटना होती है तो आनंद मोहन और बिहार सरकार के मुखिया जिम्मेदार होंगे. पूर्व IPS का कहना है कि आनंद मोहन का मामला उठाने से पहले भी दो पुलिस पदाधिकारी मेरे पास आ चुके हैं. स्पेशल ब्रांच से भी एक पदाधिकारी आया था. पाटलिपुत्र थाना से भी पदाधिकारी ने भी जांच की. पुलिस पदाधिकारियों की जांच में मेरी जान पर खतरा का खुलासा हुआ, इसकी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेज दी गई, लेकिन अभी तक पुलिस ने सिक्योरिटी को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया है.

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