तेजस्वी से बेहतर हैं हैं नीतीश के बेटे निशांत.

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार का एक पुराना विडियो इंस्टाग्राम पर वायरल हो रहा है.इस विडियो में निशांत  एक दुकान में सामान की खरीदारी करने के लिए पहुंचे हुए हैं. निशांत पत्रकारों को बता रहे हैं कि  वो बाज़ार में आध्यात्मिक दृष्टिकोण से आये हैं. मोबाइल में हरे रामा हरे कृष्णा सुनता हूं तो उसके लिए स्पीकर खरीदने आया हूं. ताकि उसपे और अच्छा से सुन सकूं.’ जब निशांत से राजनीति में एंट्री को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अरे चलो ई सब. आध्यात्मिक पद पर चल रहा हूं, ठीक है.अगर नीतीश कुमार पर आजतक परिवारवाद का आरोप नहीं लगा है इसके पीछे उनके परिवार का बड़ा हाथ है.पत्नी ने कभी उनके रसूख का इस्तेमाल नहीं किया.हमेशा एक सामान्य शिक्षिका की तरह जीवन जिया और अपने बेटे का लालन पालन किया.निशांत ने कभी अपने पिता पर किसी तरह का दबाव नहीं बनाया.

 

ये वीडियो शेयर होने के बाद लोग जमकर कमेंट्स कर रहे हैं और तारीफ के पुल बांध रहे हैं. एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि ये तेजस्वी यादव से बेहतर हैं. निशांत राजनीति की चकाचौंध से कोसों दूर रहते हैं. कभी कभार ही  वो मीडिया के सामने नजर आते हैं. एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि ये है रियल सुपुत्र. वहीं एक यूजर ने कमेंट करके लिखा कि मां कसम दिल जीत लिया राधे-राधे. एक शख्स ने कमेंट करके लिखा कि अति सुंदर, अच्छे विचार हैं जी. सिद्धार्थ जैन नाम के शख्स ने कमेंट करते हुए लिखा, ‘इस बेटे का बहुत बड़ा योगदान है. अपने पिता के लिए जिसकी वजह से कभी भी उनके राजनीतिक जीवन पर परिवारवाद के सवाल नहीं उठ पाए.’ वहीं पूनम राठौड़ ने कमेंट करके लिखा, ‘आजतक नहीं देखें इनको… ये नीतिश बाबू के बेटे हैं.’ इसके अलावा एक यूजर ने लिखा, ‘हमारे हिसाब से इसको राजनीति में उतना चाहिए. तेजस्वी यादव निशांत कुमार चिराग पासवान में टक्कर की राजनीति होता. एक यूजर ने तो निशांत को अपने पिता की फोटो कॉपी बता दिया.

 

निशांत राजनीति से कोसों दूर रहते हैं. कभी वो किसी भी तरह का राजनीतिक बयानबाजी भी नहीं करते हैं. बताया जाता है कि निशांत शुरू से ही बहुत सीधे स्वभाव के हैं और बचपन से पढ़ने-लिखने में तेज हैं. निशांत कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकलौते बेटे हैं .उनकी राजनीति में एंट्री को लेकर भी खबरें आ रही थीं. लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया था. निशांत लाइमलाइट से दूर रहते हैं धर्म-अध्यात्म में उनका मन लगा रहता है.लेकिन उनके गावं के लोग उनको राजनीति में लाने की मांग नीतीश कुमार से कर रहे हैं.उनके गावं के लोगों का कहना है कि निशांत नीतीश कुमार से भी राजनीति में बेहतर करेगें.अब नीतीश कुमार को अपनी जगह निशांत को देकर गावं आ जाना चाहिए.

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