सूरजभान सिंह ने दिखाई BJP को आँख, विधान सभा में होगा बड़ा खेला?

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : एलजीपी (पारस गुट) के नेता सूरजभान सिंह एकबार फिर एक्शन में हैं.पिछले लोक सभा चुनाव में तो बीजेपी ने एलजेपी (पारस गुट ) को एक भी सीट नहीं दिया लेकिन विधान सभा चुनाव में अगर बीजेपी ने ऐसा किया तो एलजेपी ( पारस गुट ) के नेता सूरजभान सिंह चुप नहीं बैठेगें.सूरजभान सिंह ने एक ख़ास बातचीत में कहा है कि अगर उनकी पार्टी को उसका हिस्सा नहीं मिला तो उनकी पार्टी वहीँ भूमिका निभाएगी जो भूमिका पिछले विधान सभा चुनाव में चिराग पासवान ने निभाई थी.उनकी पार्टी भी NDA के सभी सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार सकती है.

 

गौरतलब है  कि पिछले विधान सभा चुनाव में चिराग पासवान ने JDU के सभी सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार दिया था जिसकी वजह से JDU को 35 से 40 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था.सूरजभान सिंह भी ऐसा ही संकेत दे रहे हैं.सूरजभान सिंह मानते हैं कि पिछले लोक सभा चुनाव में एक भी सीट नहीं देने के वावजूद उनकी पार्टी ने चुपचाप बैठ जाने की गलती की थी.सूरजभान सिंह ने साफ़ लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि इसबार वो चुप नहीं बैठेगें, अपनी राजनीतिक ताकत जरुर दिखायेगें.उन्होंने तीसरे मोर्चे के गठन की संभावना भी जताई है.सूत्रों के अनुसार सूरजभान सिंह अपने नेता पशुपति पारस के ढुलमुल रवैये से खुश नहीं हैं.वो चाहते हैं कि पार्टी अपनी दावेदारी मजबूती के साथ रखे.

 

गौरतलब है कि केंद्र सरकार के तीन महत्वपूर्व फैसलों के विरोध में चिराग पासवान के खड़े हो जाने के बाद बीजेपी ने पशुपति पारस के साथ मेलजोल बढ़ाना शुरू कर दिया है.लेकिन सूरजभान सिंह को बीजेपी पर भरोसा नहीं है.उन्हें लगता है कि बीजेपी केवल चाचा भतीजे के बीच के झगड़े का फायदा उठा रही है.सूत्रों के अनुसार बीजेपी सूरजभान सिंह के संपर्क में है.अगर सूरजभान सिंह बीजेपी के साथ चले जाते हैं तो पशुपति पारस की राह और भी मुश्किल हो जायेगी.पूर्व विधायक सुनील पाण्डेय पहले ही बीजेपी में जा चुके हैं.सूरजभान के अलावा कोई दूसरा मजबूत नेता पारस के साथ आज की तारीख में नहीं है.

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