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RJD-JDU के अदंरूनी घमासान के बीच फंसा I.N.D.I.A.

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में इंडिया गठबंधन में खासतौर पर सत्ताधारी दल RJD और JDU के बीच जिस तरह से घमाशान चल रहा है वो इंडिया गठबंधन की चिंता बढ़ानेवाला है.इसका असर एनडीए को चुनौती देने के लिए बने गठबंधन आईएनडीआईए पर भी पड़ना तय है. इन विवादों का असर गठबंधन के निर्धारित लक्ष्‍यों पर निश्‍चित रूप से पड़ेगा.JDU RJD के कई नेता व मंत्री अलग-अलग मामलों को लेकर आपस में उलझते दिखाई दे रहे हैं तो दूसरी ओर किसी ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है.ऐसे में आईएनडीआईए (INDIA Alliance) का क्‍या होगा?

 

पिछले दिनों राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने महिला आरक्षण बिल (Women Reservation Bill) पर चर्चा के दौरान सदन में ओमप्रकाश वाल्‍मीकि की ‘ठाकुर का कुआं’ (Thakur Ka Kuan) कवि‍ता पढ़ी थी.इस पर भाजपा (BJP) समेत कई दलों ने आपत्ति जताई थी. सभी ने इसे ठाकुर (राजपूत) समाज का अपमान बताकर राजद और बिहार की महागठबंधन की सरकार को घेरा.यह विवाद तब और बढ़ गया ज‍ब सत्ताधारी दल जदयू (JDU) और राजद (RJD) के ही ठाकुर नेताओं ने मनोज झा (Manoj Jha) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.

 

दरअसल, राजपूत समाज से आने वाले पूर्व सांसद आनंद मोहन (Anand Mohan) के बेटे RJD विधायक   चेतन आनंद (Chetan Anand)  ने  मनोज झा के कविता पाठ को लेकर अपने एक्स हैंडल पर प्रतिक्रिया दी.पूर्व  सांसद आनंद मोहन (Anand Mohan) ने भी झा के कविता पाठ पर आपत्ति जताई.उन्होंने मनोज  झा की जीभ खींच लेने तक की धमकी तक दे दी.आनंद मोहन (Anand Mohan) की यह बात राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) व बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्‍वी यादव को रास नहीं आई.

 

पहले तो लालू यादव (Lalu Yadav) ने बिना किसी का नाम लिए मनोज झा को कवि‍ता विवाद पर धमकी भरे शब्द कहने वालों को संयम रखने की हिदायत दी. हालांकि, इसका कुछ असर नहीं हुआ.लालू ने तब अगले ही दिन आनंद मोहन को मीडिया के माध्यम से सीधे समझाया, उन्होंने कहा कि उन्हें अक्ल नहीं है.बिहार के उप मुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव ने शनिवार को कहा कि यद‍ि किसी मुद्दे (ठाकुर कव‍िता विवाद) को  लेकर किसी को आपत्ति है तो उसे पार्टी फोरम में बात रखनी चाहिए. हम इसका संज्ञान लेंगे. यह बात उन्होंने राजद विधायक चेतन आनंद के मामले में कही। संभव है कि अब पार्टी के

 

JDU   नेता और मंत्री संजय झा (Sanjay Jha) ने भी  सांसद मनोज झा (Manoj Jha) का नाम लिए बिना नसीहत दी कि उन्‍हें सोच-समझकर बोलना चाहिए., जदयू के एमएलसी संजय सिंह (JDU MLC Sanjay Singh) ने धमकी देते हुए कहा था कि ठाकुर आग हैं,उनसे पंगा नहीं लीजिये.JDU के भीतर भी घमाशान जारी है.विवाद बरबीघा विधानसभा क्षेत्र को लेकर है ललन सिंह (Lalan Singh) की हिदायत के बाद भी भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Choudhary) बरबीघा के दौरे पर गए.सियासी गलियारों में इसे क्षेत्र में दखलंदाजी माना गया.

 

JDU-RJD के अंदरूनी कलह  का आईएनडीआईए (INDIA Alliance) के भविष्य पर असर पड़ना लाजिमी है.जानकारों का मानना है कि यदि जदयू और राजद के बीच उनकी अंदरूनी कलह से दरार पड़ती है तो आईएनडीआईए की मुहिम खटाई में पड़ सकती है. बहरहाल, अभी सब भविष्य के गर्भ में छिपा हुआ है. देखना होगा कि ऊंट किस करवट बैठता है.

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